भौगोलिकता (Geography)

प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख जिला है। जो सन् 1858 में अस्तित्व में आया। प्रतापगढ़-कस्बा जिले का मुख्यालय है। ये जिला इलाहाबाद मंडल का एक हिस्सा है।
जी.पी.यस. मैप पर ये जिला 25° 34' & 26° 11' उत्तरी अक्षांश(latitudes) एवं 81° 19' & 82° 27' पूर्व देशांतर(longitudes) रेखाओं पर स्थित है।
प्रतापगढ़ मुख्य रूप से एक कृषि प्रधान व एक मैदानी इलाका है। जो मुख्यता आँवले के उत्पाद के लिये विख्यात है। आँवले से सम्बंधित हर उत्पाद आपको यहाँ पर मिल जायेगा। यहाँ से आँवले की सप्लाई डाबर व पतंजलि जैसी बड़ी-बड़ी कंम्पनियों में की जाती है।
प्रतापगढ़ शहर में जल स्तर सन् 2012 के अनुसार 80 फिट से लेकर 140 फिट तक है।
ये जिला इलाहाबाद-फैज़ाबाद के मुख्य सड़क पर, 61 किलोमीटर इलाहाबाद से और 39 किलोमीटर सुल्तानपुर से दूर पड़ता है।
समुद्र तल से इस जिले की ऊँचाई 137 मीटर के लगभग है।
ये पूर्व से पश्चिम की ओर 110 किलोमीटर फैला हुआ है।
इसके दक्षिण-पश्चिम में गंगा नदी 50 किलोमीटर का घेरा बनाती है जो इसे इलाहाबाद व कौशाम्बी से अलग करती है।
और उत्तर-पूर्व में गोमती नदी लगभग 6 किलोमीटर का घेरा बनाते हुये प्रवाहित होती हैं।
ये जिला केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन (Central Statistical Organization) के अनुसार 3,730 वर्ग किलोमीटर के क्षेषफल में फैला हुआ है।


प्रतापगढ़ में जमीन की पैमाइश जो लेखपाल (अंजनी सिंह- 09450183927) द्वारा मान्यता प्राप्त है-

1.012 हेक्टेयर= 4 बीघा=80 बिस्सा=108800 वर्ग फिट=330 फिट*330 फिट
1 हेक्टेयर= 3.95 बीघा=10,000 वर्ग मीटर=100 मीटर*100 मीटर=328फिट*328फिट
1 बीघा= 20 बिस्सा= 27200 वर्ग फिट=165 फिट*165 फिट
जो मोटा-मोटा मानक है वो कुछ इस तरह से समझा जा सकता है--

1 हेक्टेयर= 4 बीघा
1 बीघा= 20 बिस्सा
1 बिस्सा= 1360 वर्ग फिट=37 फिट*37 फिट=126.5 वर्ग मीटर=11.5 मीटर*11.5 मीटर

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